Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -02-Nov-2022 आंवला नवमी

 शिव शक्ति-आंवला नवमी

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की नवमी,
मनाई जाती आंवला नवमी,
अक्षय नवमी किस नाम से भी है प्रख्यात।

आंवला देता विटामिन सी,
आरोग्य वर्धक होता जी,
आंखों की रोशनी में होती वृद्धि।

आंवला फल का करे सेवन,
आंवले के वृक्ष के नीचे जो करता भोजन,
आयु आरोग्य बना रहता जीवन।

आंवला नवमी का महत्व समझाती,
द्वापर युग का हुआ था आरंभ ,
श्री कृष्ण ने लिया था धरती पर अवतार।

आंवला नवमी को वृंदावन गोकुल का किया त्याग,
मथुरा में कृष्णा ने किया प्रस्थान,
बाल लीलाओं का करके त्याग,
कर्तव्य का पद अपनाया।

आंवला नवमी का करें उपवास,
पति-पत्नी को मिलता सुख प्राप्त,
पारिवारिक सुखों का होता आवाम।

वृंदावन की होती परिक्रमा आरंभ,
श्रद्धालुओं में होती भक्ति भाव,
धूमधाम से करते पूजा पाठ।

आंवला नवमी की सुनाते कहानी,
हम बताते पौराणिक जुबानी,
शुक्राचार्य और आंवला नवमी की कथा है सुनानी।

शुक्राचार्य ने कुटिया की तरफ किया प्रस्थान,
मांगने लगे उनसे भिक्षा,
बूढ़ी औरत ने दिया सूखा आंवला।

मैं हूं एक गरीब,
इसके अलावा कुछ भी नहीं मेरे पास,
जो था दे दिया आपको आज।

शुक्राचार्य ने जब देखा,
आई बूढ़ी  औरतों पर दया,
मदद करने का प्रण लिया।

आंखें बंद करके आरंभ किए मंत्र,
बोले उन्होंने 22 श्लोक,
22 श्लोक थे कनकधारा स्त्रोत।

महालक्ष्मी हुई प्रसन्न,
दिए शुक्राचार्य को दर्शन,
हरो माते इस औरत के संकट।

लक्ष्मी मां ने सुनाई अपनी बात,
पूर्व जन्म में कभी ना किया दान,
मिला इसे कर्मों का फल आज।

शंकराचार्य ने देवी लक्ष्मी से कहा,
पहले जन्म में नहीं किया हो दान धर्म,
लेकिन इस जन्म में दिखाई अपनी श्रद्धा।

भेंट में देने का नहीं था कुछ,
सूखा आंवला था  इनके लिए बहुमूल्य,
फिर भी मुझे दिया आंवला दान।

शुक्राचार्य  से लक्ष्मी माता हुई प्रसन्न,
स्वर्ण  आंवले की हुई बरसात,
तब से मनाया जाता आंवला नवमी का त्यौहार।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा

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5 Comments

Suryansh

07-Nov-2022 10:37 PM

बहुत ही सुंदर सृजन

Reply

Renu

03-Nov-2022 11:33 AM

👍👍🌺

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Abhinav ji

03-Nov-2022 09:25 AM

Very nice👍

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